Vandana
@vandyjhs
हम वही जो शून्य में भी संभावना ढूंढ लें। जीवन प्रभु की कृपा है I Believe in making lives better.Proud to be a Bharatwasi.
कोई दिन होते हैं इतने अच्छे कि लगता है ऐसे सारी कायनात ख्वाहिशें पूरी करने लगी जैसे I राघव जी की कृपा ...जय बोलिए श्री राम राजा सरकार की !

श्रमदान करना अच्छी बात है मगर यह रोज करना पड़ता है तो कर्मचारी क्यों नहीं यहाँ?
आप विश्वास करेंगे कि ये एक सरकारी स्कूल के प्राचार्य हैं. 13 साल तक शिक्षक की नौकरी करने के बाद उन्होंने प्रिंसिपल की परीक्षा पास की और प्रिंसिपल बने. रोज़ एक घण्टे पहले आकर स्कूल की सफ़ाई करते हैं.
Eco friendly system वाले भारतीयों को गंदा बताते थे ये लोग
पुरानी यूरोपियन शैली के बने खूबसूरत शहरों की वो संकरी गलियां। वाह कितनी सुंदर,पर उन शहरों के मूर्ख आर्किटेक्ट्स ने मल त्याग और निकासी की कोई व्यवस्था नहीं बनाई थी। फ़लतः यूरोप निवासी घर पर ही मल त्याग कर खिड़की से इन संकरी गलियों में फेंकते थे। पुरुष सीधे गलियों में मूत्र त्याग
“जय भोलेनाथ!तुम सभी के बाप आ रहे हैं!”बच्चा ग़ज़ब है ये: one man DJ 😄😄
रुतबा है बाबा का! उनके द्वार सारा संसार माँगने जाता है और वे किसी को निराश नहीं करते !
Defining mood..weather invites you to have a drive …coffee shop invites you to sit inside with a hot cup of coffee..watch wind and rain through the window glass..wow!!

सबका ध्यान रखते हैं बाबा 😄😄 पता है उनके नन्हे भक्त को ।भोले बाबा के भोले भक्त को मम्मी के गोड़े,दादी के कंडे सब की चिंता है 🤣🤣🤣
बहुत खूब! एक पत्थर तो तबियत से उछालो …आसमान में सूराख हो जाएगा ।जहाँ चाह वहाँ राह ।इसी सिस्टम में,इसी साधन से संभव है अच्छा काम ।
प्रधानाध्यापक हो तो "श्री धनंजय मिश्र"और प्रधानपती हो तो "श्री अब्दुल वहाब"जैसा जिनके कारण उत्तरप्रदेश के आजमगढ मे ऐसे हाईटेक प्राथमिक विद्यालय का निर्माण हो सका। दोनो के लिये सैल्यूट तो बनता है।
एडवोकेट को धोखा नहीं होना चाहिए ।
कैसे जानवर के कपड़े उतारे जा रहे है, वो भी मशीन द्वारा🤔 वैसे हमारे यहां इसे भेड़ कहते हैं और आपके यहां??
ना मैं मैं रहा ना मैं तू हुआ जो सादगी में खूबसूरत लगते हैं उनको रंगने पोतने से वे अच्छे नहीं अजीब हो जाते हैं ।उनकी सादगी और अल्हड़पन ही उनकी ख़ूबसूरती है जबकि वर्किंग लड़की की खूबसूरती मेकअप नहीं उसका confidence होता है जो उसके चेहरे,बोलचाल में झलकता है जो बरसों की पढ़ाई…
ये सकीना टिशू पेपर बेचती हैं एक लड़की मेकअप आर्टिस्ट इनसे मिली और इनका मेकअप करके लुक बदल कर सकीना से हूर परी बना दिया
May be @KanganaTeam..look at the subtle taste of clothing..
पहचानिए...
What I am wondering is the profit one has in selling vegetables…here people burn their prime years in studying and searching for RESPECTABLE jobs.Where is the flaw in thinking?
🚨 A vegetable vendor in Karnataka receives ₹29 lakh GST notice after digital transactions via UPI total ₹1.63 crore over four years.
Usually, we Indians just watch crimes unfold from a distance without intervening. That’s why it feels heartening when the opposite happens, like in Satara, where citizens came together to rescue a minor girl held at knifepoint by a stalker. Hope this brave man is identified and…
आजकल हर बात में ये चाय ना-चाय ना का गाना गाने की क्या ज़रूरत हो गई है ।उधर रह लो तो पता चल जाएगा कि सोचल मीडिया कैसे उपयोग करते हैं ।इधर जैसे कुछ भी,कहीं भी, किसी के लिए भी,कुछ भी नहीं चेप सकते!