Ashwini Yadav
@iamAshwiniyadav
Poet/Shayar, Allahabadi, Proud Indian🇮🇳 Founder ~ @TeamVismrita ❤️ Animal lover🐾 ये सब श्रीकृष्ण की कृपा है मैं बस निमित्त मात्र हूँ।🙏🏻
जब दुःख की घड़ी आती है तो बहुत अच्छे लगने लोग भी साथ छोड़ देते हैं लेकिन उस समय जो भी साथ खड़े रह जाये वो आपका अपना है। जब प्रभु आपका हाथ पकड़ लेते हैं तो किसी न किसी तरह से आपको वो स्थान, ज्ञान और सम्मान दे देते हैं जो सदियों से बहुत कम लोगों को मिला होता। राधे-राधे 🤗❤️🙏🏼
लिटरेरी डायरी मुशायरा -2 इस बार का शब्द समुह- वक़्त, सिलसिला, हादसे, ख़ुशबू। ———————————————— दोस्तो, आदाब जैसा कि तय पाया गया था कि लिखने वाले मित्रों को एक शब्द-समुह दे कर कोई नज़्म लिखने के लिए कहा जाए।शब्द-समुह पहले से किसी बड़े शायर की ख्याति-प्राप्त नज़्म से लिया…
ये झालावाड़ किस राज्य में है और किसकी सरकार है सब पता है न? @grok क्या ये सब इंसनायित खो चुके हैं?
कुछ घंटे पहले झालावाड़ के कुछ परिवारों ने अपने जिगर के टुकड़ों को खोया है 💔 उस क्षेत्र के लोगों का दुःख बाटने की बजाय उन पर पर लाठीचार्ज करना , कायरता की निशानी है।
उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया उम्र भर जिस का रास्ता देखा ~ नासिर काज़मी
शायद उन्हीं पाँच शिक्षकों.. ने वो स्कूल बनवाया था? की ज़िम्मेदारी थी स्कूल के मरम्मत की? को चाहिए था सब बच्चों को बचाने की? ने छत को क्यों नहीं रोक लिया अपने हाथों से? अधिकारी, मंत्री और सरकार तो दूसरों पर कार्यवाही करने के लिये हैं।

छोटे छोटे बच्चे अपनी उम्मीदों, ख्वाहिशों के साथ स्कूल गए थे उन्हें क्या पता भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार और अधिकारी उनकी जान ले लेंगे 💔💔😢😢 खुद के बच्चों को कॉन्वेंट और विदेशों में पढ़ाएंगे और गरीबों के बच्चों की स्कूलों की पैसा भी खा जाएंगे।। शर्म से डूब मरो। #झालावाड़
विश्वगुरु देश में बच्चे के स्कूल की जर्जर इमारत ढह गई और बच्चों की जान गई चोट लगी... वैसे ये सब तो बहुत छोटे लोगों की छोटी सी घटना है तभी तो बड़े लोगों के कानों तक बात नहीं पहुँचती है। 😭😥
आपके लोगों द्वारा जो अभद्र टिप्पणी की गई थी नेता प्रतिपक्ष पर.. उस समय आप चुप थे। विरोध में काला कपड़ा पहना गया है तो इतना भावुक काहे हो रहे हैं? आप भी कपड़वा कभी पहिने थे!!! 😁
लो जी इधर तो विधानसभा अध्यक्ष जी भी टाइट हुए जा रहे हैं सत्ता पक्ष की मनमर्ज़ी के ख़िलाफ़ में।
वीरांगना फूलन देवी जी की शहादत दिवस पर उन्हें शत शत नमन। जिस पर ज़ुल्म किया लोगों ने जिसकी दुनिया लूटी थी सबको न्याय सिखाने वाली “इक चम्बल की देवी थी” ~ अश्विनी यादव #फूलन_देवी_अमर_रहे
जैसे इस शख़्स ने अपनी ओर से पूरे ट्रक को सम्हाले रखा था ठीक उसी तरह बहुत से लोग आपके जीवन में होते हैं जिन्हें आप तिनका समझते हैं... उनके काम और नीयत पर सवाल यानी आपका हाल इसी ट्रक के जैसे हो जाना है। ख़ैर! सब माधव की मर्ज़ी है.. अच्छा भी, बुरा भी।
मज़बूरी, बेबसी से आगे बढ़कर साहस और ताक़त का प्रतीक बनी हमारी फूलन को सलाम पहुँचे।🙏🏻 जब उन पर ज़ुल्म हुए तो उन्होंने हर एक दर पर जाकर न्याय माँगा पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें जो सही लगा उन्होंने किया... अपने तरीके से अपना बदला लिया। फिर शादी की... आत्मसमर्पण भी किया संविधान…

अरे बाबू साहब लोग आप कुर्सी पर बैठे हैं अभी तक ये है संविधान का सम्मान नहीं तो अभी तक सरकार को बर्खास्त करके जाँच बैठा देना चाहिए था राष्ट्रपति द्वारा। कहाँ उड़ाया गया पैसा इसका भी हिसाब नहीं है तो सरकार कैसे चल रही है? क्यों चल रही है? क्या ये लोकतांत्रिक है?

इक नाम था जिससे पूरा बीहड़ थर्राता था इज़्ज़त से खेले थे जो उन नामर्दों के सीने पर लोहे-लकड़ी की कलम बना पीतल की स्याही भरकर के लिखा उन्होंने अपना न्याय हर किसी को याद है अब तक नाम था उसका “फूलन देवी ,, वो ग़लत थी ये भी सच है लेकिन वो सही थी ये भी ज़रूरी था ~ अश्विनी यादव
जब कानून ने न्याय नहीं किया तब एक महिला ने बंदूक उठाई। एक असहाय महिला के द्वारा अन्याय का जवाब देने के लिये किया गया वो साहसिक कार्य सलाम करने योग्य है।🙏🏻 उनको शहीद करने वाला भी उनके पैरों में रहता था, वो आज जाति पर गर्व कर रहा है। #फूलन_देवी_अमर_रहे
समाजवादी पार्टी के लिये फूलन देवी कौन और क्या थीं वो सारा कुछ इस एक तस्वीर से बयां हो रहा है। सपा सरकार आने पर महिलाओं के लिये और तमाम योजनाओं को फूलन देवी जी के नाम पर चलाया जाए। #फूलन_देवी_अमर_रहे
