आवाज ए दिल
@avinashpkn
देश विरोधी, धर्म विरोधी, सनातन विरोधी कृपया दूर रहें, बाकी मेरा किसी से मतभेद नहीं, मुझे सभी प्यारे हैं।
कभी कभी आईने में ख़ुद को देखते वक़्त कुछ मन में दबे हुए दुःख आँखों से छलक उठते हैं मुस्कुराने की नाकाम कोशिश करते करते हम फफक के रोने लगते हैं… ऐसे जाने कितने दुःख हमने पाल रखे हैं खुद के भीतर चेहरे पर नक़ली मुस्कुराहटों के रंग लपेटे जिये जाते हैं या फिर यूँ कहें ज़िंदगी काटते…
बहुत रोना आ रहा था अब बाप ने आशिकी उतार दी।
चार और लगाओ कान के नीचे BKL को 🤓😛
*दुबई में हिंदू लड़कियों के हालात पर पत्रकार अशोक भारती की रिपोर्ट*** दुबई भ्रमण के दौरान होटलों रेस्तराँ नाचघरों में भारतीय लड़कियों को काम करते हुए देखा, जब भी मैंने उनसे बात करने का प्रयास किया, वह सहम जाती थीं। रात को बाहर जाते समय उनके साथ 1-2 नीग्रो होते थे। मैने…
ख़ुशियों की दस्तक देती सुबह चौखट पर तेरे आने की आहट हुई है Reason to smile ❤️
जीवन की धुन कभी तू भी सुन रख हौसला आसमाँ में उड़ने का फैला अपने पंख सपने नये तू बुन अपने ही रोकेंगे तुझको हर बार टोकेंगे तुझको रख कर ख़ुद पे यक़ीन राह अपनी तू चुन बज रही है जो कानों में तेरे अपने दिल की वो धुन सुन कभी तू भी सुन… #Kavita250
मुहब्बत ने तुम्हारी पंख दिये हैं… उड़ती हूँ अब ख़्यालों के आसमाँ में
बीच मझधार में खड़ा हूँ जैसे एक तरफ जिंदगी है एक तरफ मौत धाराएं फैसला लेंगी जिंदगी देंगीं या मौत ....
हे गोविंद.. घड़ी भर ही सही लेकिन बहुत आराम देता है, कोई झोंका हवा का जब तेरा पैगाम देता है ...।। 🌺🙏🙏जय श्री राधे कृष्णा🙏🙏🌺
बता दुनिया की हम तन्हा किधर को जाएं दिल-ए-ग़म-ख़्वार ही ग़र ग़म-ज़दा हो जाए * दिल-ए-ग़म-ख़्वार : सहानुभूति रखनेवाला दिल * ग़म-ज़दा : दुःखी ~ दिलीप जोशी 'दीवाना' @Medilipjoshi
आत्मिक प्रेम या दैहिक प्रेम किसे कहेंगे सच्चा और पवित्र प्रेम…? बिना देह के आत्मा कहां होती है आत्मा इसी देह में ही तो रहती है फिर दोनों को अलग क्यों किया जाता है आत्मा के बिना देह का कोई अस्तित्व नहीं और देह के बिना आत्मा का कोई परिचय नहीं प्रेम अपने आप में इतना पवित्र…
"किसी को क्या बताऊँ कि क्या हाल है, मैं मुस्कुराता हूँ, बस यही कमाल है।"
माता-पिता, गुरुदेव और ईश्वर की कृपा से आज मन को कुछ शांति मिली, कई उलझने दूर हुई, सभी साथी मित्रों का सहयोग मिला इनमें से बहुत कम ही "X" पर मौजूद हो लेकिन फिर भी मैं उन सभी की दुआओं और आशीर्वाद के लिए उन सभी को अपने हृदय की गहराइयों से धन्यवाद् देता हूँ। Heartily thanks to…
अपमानित होने के बाद भी जो आपसे जुड़े रहें, जरूरी नहीं वो निर्लज्ज हों.... यह भी हो सकता हैं उसके जीवन मे आपका स्थान, उसके स्वाभिमान से भी अधिक हों....
गहराती हुई रात के साथ बढ़ती हुई बेचैनियाँ इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण होती हैं कि वर्तमान समय में हम बिल्कुल अकेले हैं...
ऐ दोस्त मेरे एक तेरे जाने से ये दोस्ती ख़त्म नहीं हुई तेरी दोस्ती तो आती जाती साँसों में रहेगी ताउम्र…❤️
अर्जुन ने केवल एक निर्णय लिया था, "श्री कृष्ण चाहिए" आगे के सारे निर्णय फिर श्री कृष्ण ने स्वयं कर दिए, आपका पहला निर्णय ही सबसे महत्वपूर्ण है..
…और एक हाथ छूट गया रह गई शेष मुट्ठी भर यादें दिल के किसी कोने में फ़ोन की गैलरी में सहेज कर रखी कुछ तस्वीरों में व्हाट्सएप पर की गई जाने कितनी सारी बातों में ज़िंदगी के सफर में थोड़ी दूर ही सही साथ पकड़ी गई उन उँगलियों के पोरों में और इस पल बहते इन आँसुओं में…