T Rajneesh टी रजनीश🇮🇳
@trivedirajneesh
शब्द की रूह है ‘भावना’, कोई कहे,कोई सुने,कोई महसूस करे और कोई जिए, ऐसी है मेरे शब्दों की कामना // #यदाकदा #मनेकहरहेहैं
" एक क्षण तू जी, प्रकृति उर प्राण बन कर जी मत पुजारी बन, स्वयं भगवान बन कर जी "! ~ टी परमानंद
ज्ञानी जी कहते हैं हमारे सामने की ज़िंदगी हमारे पीछे के जीवन से कहीं ज़्यादा ज़्यादा महत्वपूर्ण है.. वर्तमान को जीते चलते रहिए ! सुप्रभात सुधीजनो !
#IndiaSalutesKargilHeroes The Indian Air Force pays heartfelt tribute to the valiant Warriors of the Kargil War. Their courage, sacrifice, and unwavering resolve continue to inspire a nation united in gratitude. #KargilVijayDiwas #26YearsOfKargil #OpVijay #OpSafedSagar…
सात भविष्य हुए अदृश्य सात परिवारों का रोना खबरों का बना कोना मुआवजा और निंदा खानापूरी का शुरू है धंधा किसी को क्या पड़ी है? छत गिरी है सरकार नहीं~ चिंता की कोई बात नहीं नई छत डलेगी टेंडर होगा पर प्रश्न सारे निरुत्तर रहेंगे दुनिया का यही दस्तूर है जिसका दुख उसका कसूर है #यदाकदा 🤬

नम आँखों से मौन को ओढ़े उदास चेहरे पर अनमना सा एक मन लिए कृत्रिम मुस्कान खो रहा अपनी पहचान खोखला बाहर से टूटा-फूटा भीतर से नित रिस रिस कर धीरे से स्वाभिमान को धिक्कार रहा क्या पाने को तत्पर है जो खोने से घबरा रहा नीर भरे आँखों से मन-व्यथा कह रहा l #पुष्पाचतुर्वेदी
#कारगिल_विजय_दिवस की गहमागहमी रात बीतने के साथ अपने नियति को अस्त हुई ... जो वीर जीवित हैं.. वो जश्न जूनून में आकंठ हैं.. उन्हें प्रणाम है 🙏 जिन परिवार का सितारा वीर गति को गया उन्होंने भी समय की रफ़्तार से कदम मिला लिया है.. ऐसे में एक वीर नारी के लिए मेरा प्रणाम पढ़ें 👇
1 Bodies battered and minds shattered; They carried on 'coz Victory mattered #KargilVijayDiwas
फिर मिलेंगे., कहकर गया था वो लौटा भी.. पूरे गाजे बाजे के साथ.. फ़ौज की पूरी बारात थी, तमग़े टोपी लगा कर.. गाड़ी भी फूलों से सजी थी.. तिरंगे में लिपटा शांत चित्त मंद मंद मुस्करा रहा था.. मानो कह रहा हो.. पहली मोहब्बत पर जान वार आया.. तुम्हारा नम्बर अगली बार.. #यदाकदा #कारगिल
हिंद की सेना अडिग अकाट्य अटल प्रखर प्रताप समग्र परम प्रचुर विशाल प्रचंड है विकराल है शौर्य की मिसाल मातृभूमि पर शीश चढ़ाने में है कमाल दिवस मनाएँ,समारोह सज़ाएँ सलाना वीरों को नमन करें कृतज्ञ देश रोज़ाना! ~त्रिवेदी रजनीश @trivedirajneesh #कारगिल_विजय_दिवस #KargilVijayDiwas
आधुनिक भारत की अद्भुत शौर्य गाथा #कारगिल युद्ध का वर्णन अमिताभ बच्चन की आवाज में.. g.co/kgs/b8RN9Vg
आज कारगिल विजय दिवस पर नमन उन 527 शहीदों को जिनकी शहादत ने आधुनिक भारत के एक महत्वपूर्ण युद्ध में विजय होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई! युद्ध में प्रत्यक्ष/परोक्ष रूप सम्मिलित सभी सैनिक असैनिक बंधुओं और परिवार जनों को उनको संघर्ष, दृढ़ संकल्प के लिए प्रणाम 🙏 #कारगिल_विजय_दिवस
हिंद की सेना अडिग अकाट्य अटल प्रखर प्रताप समग्र परम प्रचुर विशाल प्रचंड है विकराल है शौर्य की मिसाल मातृभूमि पर शीश चढ़ाने में है कमाल दिवस मनाएँ , समारोह सज़ाएँ सलाना वीरों को नमन करें कृतज्ञ देश रोज़ाना ! #यदाकदा #कारगिल #KargilVijayDiwas2020 @adgpi
कवि सक्षम हैं , मात्राओं में शब्दों को कस कर छन्द रच देते हैं। प्रेमी हृदय यह सब नियम और व्याकरण नहीं जानते। अनायास कुछ भी कह जाते हैं; बिना सोचे कि उसका स्वरूप क्या है? कविता, छन्द या साहित्य? उन्हें क्या? उनको बस दोहराना भर हुआ। प्रिय के सानिध्य में-तुम हो तो मैं हूँ या सुसंग…
कभी-कभी तो छलक पड़ती हैं यूँ ही आँखें उदास होने का कोई सबब नहीं होता ‘बशीरबद्र’ उदास होने दे इन आँखों को बशीर वो समंदर भी तो नमकीन होता है "द्वारिका" @trivedirajneesh
नदी के द्वीप / अज्ञेय हम नदी के द्वीप हैं। हम नहीं कहते कि हमको छोड़कर स्रोतस्विनी बह जाए। वह हमें आकार देती है। हमारे कोण, गलियाँ, अंतरीप, उभार, सैकत-कूल सब गोलाइयाँ उसकी गढ़ी हैं। माँ है वह! है, इसी से हम बने हैं। किंतु हम हैं द्वीप। हम धारा नहीं हैं। स्थिर समर्पण है हमारा।…
कारगिल की हज़ारों में से एक दास्तान (सच्ची घटना से प्रेरित) चार धमाके,चालिस छर्रे, क्षत विक्षप्त शरीर,कारगिल की वो कलमुँही रात नहीं भूलती~ मोर्चे पर कई दिन से मुँहतोड़ कार्यवाही जारी थी~ अचानक आटिलरी के चंद गोले सीधे मोर्चे पर ही गिरे, नेस्तनाबूत कर दिया.. 1/3 #यदाकदा #कारगिल
इन पत्थरों का सुर्ख़ रंग हमारे जाँबाज़ों की लहू का है , फ़िज़ाओं की कालिमा उनके घर वालों की आँसूओं का है , सर झुका कर फूल चढ़ाकर रस्म अदायगी तो कर दी सबने कोई शहीदों के माँ से भी पूछ ले क्या हाल उसका है ? #कारगिल_विजय_दिवस #भारतीयसेना
ज्ञानी जी कहते हैं जीवन में अपनी कोशिश तब तक जारी रखें जब तक आपकी जीत एक इतिहास न बन जाये.. कर्तव्य पथ पर चलते रहिए ! सुप्रभात सुधीजनो ! #कारगिल_विजय_दिवस पर शहीदों को नमन श्रद्धांजलि 🫡
होने को सिर्फ दो हैं हम मगर कम नहीं होते दो जब चारों तरफ कोई और न हो! ✦ भवानीप्रसाद मिश्र
षड्यंत्र के बोझ से आज बात दबी है मक्कारी के वजन से कल सच्चाई दबेगी #मनेकहरहेहैं
आज छत गिरी है, बच्चे दबे हैं ... कल ज़मीर गिरेंगे और फाइलें दबेंगी ...