Shre_parn🇮🇳❣️राव साहेब❣️
@Shree_Parn
उत्त्सव हमारी जातीआनंद हमारा गौत्र--ओशो #अपनी मौज का मुसाफ़िर मेरी रचनाएं विशुद्ध मेरे दिल के अहसास है मैं रचना लिखने में किसी भी AI टूल का प्रयोग नहीं करता
कॉपी पेस्ट के इस अन्धे दौर मे जब हम किसी दूसरे की लिखी शायरीयो पर वाहवाही लुटते है ये सच है की हर व्यक्ति हर कार्य नही कर सकता लेकिन जिस ने जो कार्य किया है उनका जिक्र कर उन्हे सम्मान तो दे ही सकते है Googal के इस दौर मे ये असम्भव भी नही #अपनी मौज का मुसाफिर✌✌✌✌✌

घनाक्षरी छंद (कवित्त) सादर प्रेषित। विषय-तीज होकर के मग्न प्रभु शिव की साधना में, आज का पावन दिन संग में मनाएंगे। अर्पित कर शुद्ध मन बेलपत्र श्रद्धा से, माँ गौरा को स-शृंगार ईंगुर लगाएंगे। रखकर व्रत तीज का सभी स्त्रियाँ आज, अखण्ड सौभाग्यवती का आशीष पाएंगे। ++ @Officeofbazm
👉 "मंदिर में इस्लाम के प्रचार को— सही माना कर्नाटक हाई कोर्ट ने?" •कर्नाटक के "राम तीर्थ मंदिर" में हिंदुओं को धमकी दी गई — "इस्लाम कबूल करो वरना जान से जाओ!" •लेकिन कोर्ट को इसमें कोई अपराध नज़र नहीं आया — •FIR तक रद्द कर दी गई। अब सवाल ये है — 🔸 क्या ‘मंदिर’ में दूसरे…
मोदी जी की यह बात नहीं सुनी तो कुछ नहीं सुना ! ♥️ #Modiji
मोटा भाई ने कांग्रेस को रेला 🔥🔥 बोले इसी लिए वो विपक्ष में है और अगले 20 साल विपक्ष में रहेगी 🔥 😂
वो जो उठाते है पलके अदाओ से सारे मौसम दिल के पल में बदल जाते है रचाते है हाथ मेहंदी के अरमानों से दिलबर झूम के छाते है बादल और बरस जाते है सजाते है माथे पर बिंदियाँ सितारों की सारे नक्षत्र पेशानी पर सज जाते है आह भरते है ग़ुल,चाँदनी जल उठती है दिलबर जो रुख़ से घुंघट उठा देते ह
प्रधानमंत्री मोदी जी के पीछे क्या कोई IAS ऑफिसर का दिमाग है या फिर RSS का दिमाग है. संसद भवन मे चोल साम्राज्य का संगोल दंड हो या फिर संस्कृति को पुनर्जीवित करना ये किसी ऑफिसर या फिर किसी झुंड का दिमाग नहीं हो सकता .ये सब अंतरात्मा से निकल कर आता है.
💞शब्दों की चमक आंखों को तो भा सकती है.... मन को लुभाने से रही.... मन जो भाव समझता है वो किसी #किताब में नहीं मिलता... वो दुनियाँ की चमक से परे ह्रदय तल की गहराईयों में उत्कीर्ण भावनाओ में पाया जाता है... इन भावनाओं का स्त्रोत शब्द हो सकते हैं किन्तु आधार भावनात्मक भाव ही…
#बज्म
महफ़ील मे रहने का शौक है उसको मैं तन्हाई मे उनका इन्तजार करता हूं छा जाना है उसे ज़माने में अपने अल्फाज़ से मैं उसके लिये ज़माने को दरकिनार करता हूं वो मुक़म्मल अल्फाज़ मे लिखी क़िताब है मै उसमे रखें सुखे गुलाब सा🥀हूं @ताजा✍✍ #अपनी मौज का मुसाफ़िर #बज़्म_काव्य_मंच
महफ़ील मे रहने का शौक है उसको मैं तन्हाई मे उनका इन्तजार करता हूं छा जाना है उसे ज़माने में अपने अल्फाज़ से मैं उसके लिये ज़माने को दरकिनार करता हूं वो मुक़म्मल अल्फाज़ मे लिखी क़िताब है मै उसमे रखें सुखे गुलाब सा🥀हूं @ताजा✍✍ #अपनी मौज का मुसाफ़िर #बज़्म_काव्य_मंच
#बज़्म_काव्य_मंच में आज 28/7/2025 का दैनिक शब्द - #किताब कवितायें, कहानियाँ, शेर, ग़ज़ल, गीत, नज़्म कुछ भी लिखा जा सकता है , #बज़्म 👈 लगाना अनिवार्य है ।।
📅 दिनांक – 28/07/2025. 🎯 विषय – #किताब 📖🖋️ #किताब केवल शब्दों का संग्रह नहीं यह एहसासों की वो तह हैजिसमें सजे होते हैं सपने, यादें, और अनकहे जज़्बात। हर #किताब एक सफ़र है कभी धड़कनों की दस्तान, कभी रूह की पुकार, कभी वो कहानियाँ जो हम जी नहीं पाए, तो कभी वो अल्फ़ाज़ जो…
સાવન વરસે બુલાવા, ભોળે બાપાના દ્વાર, હર હર મહાદેવ ગુંજે, મંગલમય થાય સંસાર॥ બેલ પત્ર ગંગાજળ લાવી, શિવને કરું નમન, ઓમ નમઃ શિવાય રટતા, ભક્તિથી ભરે મન॥ #અજ્ઞાત✍️ શ્રાવણ માસના પ્રથમ સોમવારે મારા તમામ મિત્રો અને સ્નેહીજનોને હાર્દિક શુભકામનાઓ." ૐ નમઃ શિવાય 🚩"

अपने हिस्से का आसमाँ हमने चुन लिया दिखावे से दूर हुए सपनों को बुन लिया…❤️ #पलकों_की_छांव_में #सिर्फ़_तुम #अनकहे_अल्फ़ाज़ Well Played❤️ ✍️✍️❤️
अब इतना सुनने के बाद भी हम भक्त ना हो जाये तो क्या करें...... कर्म जलें कहलाएं??? या रीढ विहीन?? या नपुंसक?? खुद सोचिए!!
एक एक बंदे पे दो दो आधार हैं #biharelection #SIR #post #reel #bihar #rahulgandhi #prasahantkishor #Tejaswi #bjp
गहरी बातें! दुश्मन पर बहुत नजर रखली अब दोस्त की बारी है दोस्त पर नजर नहीं रखते, भरोसा रखते है.. बहुत उम्दा👌👌 🥰😍🥰