Saral Vyangya
@SaralVyangya
satire
बिहार में जो अंडे की खपत होती है, आंध्र प्रदेश पंजाब और यूपी से आता है 🚨 अरे खाने के लिए मछली उत्पादन कर लो बाद में टेस्ला की कंपनी लगाना 🚨 अगरबत्ती लगाने का औक़ात नहीं है और बोलते हैं बिहार में कारख़ाना लगायेंगे 🚨 बिहार वासियों को ख़ान सर को सुनना चाहिए 👇
लड़की- मोदी जी एक रुपये में कहाँ बिजली दे रहे हैं , एक स्टेटमेंट में उन्होंने कहा था 🚨 चूनावाला- प्रधानमंत्री के अधिकार क्षेत्र में इलेक्ट्रिसिटी नहीं आती है वो ऐसा बोल ही नहीं सकते 🚨 अंजना- हाँ हमने भी कभी नहीं सुना 🚨 अब सुन लीजिए 😂😂
बहुत ही मार्मिक और झकझोर देने वाला दृश्य है। इस तुर्की फ़िल्म की सादगी में जो ताक़त है, वो शब्दों से परे है। न कोई डायलॉग, न संगीत, सिर्फ़ एक मासूम बच्चा और उसका बड़ा दिल। जब वह टीवी स्क्रीन पर भूखे बच्चों को देखता है, तो अपनी मासूम सोच से यह मान लेता है कि वह उन्हें खाना पहुँचा…
आओ भक्तों तुम्हें दिखाएं सच्चाई भाजपाईयों की 👇 राजनाथ सिंह : पाकिस्तान ने हमसे ऑपरेशन सिंदूर रोकने को कहा। राहुल गांधी: लेकिन आपने ऑपरेशन सिंदूर रोकी क्यों..? राजनाथ सिंह : अ आ इ ई उ ऊ, क ख ग घ ङ 😂 😆 #OperationMahadev #RajnathSingh
क्या यही है हमारा नया भारत? जहाँ स्कूल की छत बच्चों के लिए मौत का फंदा बन जाती है? अब भी चुप रहोगे या सवाल पूछोगे: किसका विकास, किसके हिस्से?
एक लड़का और लड़की खेत में पकड़े गए 🚨🚨 “बंदे लोग को भेज और बेबी तू निकल” 🔥🔥 सैयारा फ़िल्म इसी से प्रेरित थी 😂😂
ये भविष्यवाणी अपनी सीट के लिए क्यों नहीं करी आपने @smritiirani?? कांग्रेस का तो नहीं, पर अमेठी में स्मृति ईरानी कभी नहीं जीतेगी..
ये जिनके घर जाएंगी, नर्क बना देंगी. किसको शादी करनी है ऎसी लड़कियो से?
एक तरफ हमारी छोटी बहन बिल्डिंग के लिए रोती है, दूसरी तरफ एक माँ अपने बच्चे की लाश पर… क्योंकि स्कूल की छत गिर गई। क्या कभी सोचा है कि शिक्षा व्यवस्था का हाल इतना बुरा क्यों है? क्योंकि जब तक भारत अनपढ़ रहेगा, तब तक अंधभक्त बना रहेगा यही असली योजना है सिस्टम की। नेताओं के…
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कहानी | भाग 6: इंदिरा बनाम संगठन (1964–1984) “जब कांग्रेस एक व्यक्ति बन गई — और संगठन पिघलता गया…” नेहरू के बाद सवाल था — अब कौन? 1964 में लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने — ➡️ ईमानदार ➡️ सादगीपूर्ण ➡️ मगर कमज़ोर संगठन में संतुलन बनाना आसान…
दुनिया रोबोट से सीवर साफ कर रही है और भारत में अब भी इंसान बिना सुरक्षा गटर में उतर रहे हैं। ये सिर्फ गंदगी नहीं, हमारी व्यवस्था और जातिवाद का नंगा सच है। हर साल सफाईकर्मी मरते हैं क्योंकि हमारे पास मशीनें नहीं, और इंसान की जान सस्ती है। टेक्नोलॉजी को नीचे भेजो इंसानियत को ऊपर…
हर किसी के पास अच्छी सोच होती है, लेकिन मेहनत और परिश्रम से उसे सही आकार देकर ही वो कीमती बनती है! आपकी सोच कितनी भी अच्छी क्यों न हो, बिना मेहनत और सीखने के वो बेकार है। तो आज से अपने आइडियाज़ को पहचानो, उन पर काम करो, और उन्हें चमकाओ – आपका एक छोटा सा सपना भी बड़ी कामयाबी बन…
“सवेरा वही असली होता है, जहाँ सूरज से पहले सुकून जागता है… ना शोर, ना दिखावा – बस मिट्टी की खुशबू और जीवन की सादगी। ☀️🌿” राम राम सबनै 🙏🏽🙏🏽
“सोने से पहले एक बार हमारे पंतप्रधान जी का बड़ा विज़न भी सुन लीजिए, और बताइए कैसा लगा”🤣🤣