जन सामान्य मंच
@JANSAMANYMANCH
देश को समतावादी, आरक्षण विहीन, सामान्यवर्ग के उत्पीड़न हेतु बने प्रावधानो की समाप्ति, सामान्यवर्ग आयोग के गठन आदि विषयो पर राजनीतिक विकल्प देना
ये सभी महानुभाव विशेष वर्ग से आते हैं, सामान्वर्ग से नहीं फिर भी इन वर्गों को अभी और चाहिए।

सभी हिन्दू और सनातनी नोट कर लें- "यह जातिगत जनगणना हिंदू या सनातन धर्म को समाप्त करने की बहुत बड़ी साजिश साबित होगी।" वामपंथियों और अहिन्दू राहुल गांधी का सपना पूरा होने जा रहा है। मूर्ख इसे मास्टर स्ट्रोक समझ रहे हैं।

हर प्रदेश मे ये आदेश जारी होंगे कि जर्जर स्कूलों मे बच्चे न बैठाए जाय। हर साल मरम्मत मे करोड़ों खर्च होते हैं मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और उच्चाधिकारियों के बंगलों मे। रह जाते हैं जन सामान्य के उपयोग के भवन और छोटे कर्मचारियों के आवास। जिले मे जाकर कप्तान CO के आफिस की तुलना
बांदा में बीजेपी के विधायक के जाने के बाद भी sdm के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी क्योंकि घर एक गरीब ब्राह्मण का गिराया गया था। बीजेपी सरकार का दोहरा चरित्र साफ साफ देखने को मिलता है 👇🏼
फतेहपुर की SDM अर्चना अग्निहोत्री को सस्पेंड कर दिया गया है, साथ ही विभागीय जाँच के भी आदेश दिए गए हैँ, अर्चना अग्निहोत्री ने एक दिव्यांग व्यक्ति का घर गिरवा दिया, जबकि वो मामले की जाँच के लिए एक बार भी घटनास्थल पर मौका मुआयना करने नहीं गईं, मेरी अपनी रिसर्च है, SDM लोग खुद को…
मर्यादा लांघकर चर्चित हो जाना कोई बड़ी बात नहीं सुकून तो तब है, जब संस्कारों की सीमा में रहकर दिलों में जगह बनाई जाए ।
पूर्णतया सहमत।
वर्तमान राजनीति और राजनेता ऐसी परिस्थिति बना दिए हैं कि कोई सत्ता मे आने का पात्र नहीं है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक। जनता को चाहिए कि हर चुनाव मे नए लोगों को अवसर दें ताकि भ्रष्टों को यह लगे कि अब यह नही चलेगा और नए लोगों को लगे कि हमे क्यों चुना गया?
जिस के पूर्वज अंग्रेजों का जहाज (चप्पू)चला कर आए हो उसके बच्चे देश का भला कब चाहेंगे सच सामने आना ही चाहिए @ipsjkishore08 @JANSAMANYMANCH
मेरी गारंटी है, एक दिन लोग इसे देशद्रोही भी कहेंगे, जैसे जैसे इस धूर्त की कारगुजारियां सामने आ रही हैं। चित्र भी हटाए जाएंगे, मूर्तियां भी तोड़ी जायेंगी और जो इसे भगवान मान रहे हैं वे स्वयं अपना मुंह काला करके घूमेंगे। सत्य एवं प्रकाश को अधिक समय नहीं छिपाया जा सकता।
वर्तमान की राजनीति सत्यानाश की ओर अग्रसर है। एक दिन अवश्य आएगा जब इनका नामो निशान नहीं रहेगा। पाप का घड़ा भरने ही वाला है। शुरुवात हो चुकी है। जन सामान्य जाग रहा है।
राजस्थान मे छत गिरी 4 मासूम मृत, कई घायल। उच्चस्तरीय जांच के आदेश हो गए। क्या मजाक है ? अध्यापकों ने शिक्षाधिकारियों को छत के जर्जर होने की सूचना दी होगी ? उन्होंने क्या किया ? अधिकारियों ने मुख्यालय को लिखा होगा ? यह सब किया नहीं किया जानने मे कौन सा स्तर चाहिए 2 घंटे का काम है।
मेरी गारंटी है, एक दिन लोग इसे देशद्रोही भी कहेंगे, जैसे जैसे इस धूर्त की कारगुजारियां सामने आ रही हैं। चित्र भी हटाए जाएंगे, मूर्तियां भी तोड़ी जायेंगी और जो इसे भगवान मान रहे हैं वे स्वयं अपना मुंह काला करके घूमेंगे। सत्य एवं प्रकाश को अधिक समय नहीं छिपाया जा सकता।
@pappuyadavjapl सन 1984 से 10 लाख रुपये रोज़ बांट रहे हैं , 32 हज़ार भैंसे थी इतना पैसा था सोचिए फिर भी संविधान में पप्पू यादव पिछड़े हैं । ये संविधान का मजाक नहीं तो और क्या है ?? आखिर कौन इस अन्याय के खिलाफ बोलेगा ?? असली व्यक्ति वंचित है आरक्षण से और नकली दलित और नकली…
देश में जातिवादी नफरत सिर्फ देश की संसद में बैठे हुए लोग फैला रहे हैं। 1931 की जनगणना में भारत में कुल 4,147 जातियां दर्ज की गई थीं 2011 की जनगणना के पश्चात देश में कुल जातियों की संख्या 46 लाख से भी अधिक बताई गई थी। आप खुद ही सोचिए की आजादी के बाद देश में जातियों की संख्या…
“जीवन में दो ही व्यक्ति असफल होते हैं- एक वे जो सोचते हैं पर करते नहीं, दूसरे जो करते हैं पर सोचते नही।"
वर्तमान राजनीति और राजनेता ऐसी परिस्थिति बना दिए हैं कि कोई सत्ता मे आने का पात्र नहीं है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक। जनता को चाहिए कि हर चुनाव मे नए लोगों को अवसर दें ताकि भ्रष्टों को यह लगे कि अब यह नही चलेगा और नए लोगों को लगे कि हमे क्यों चुना गया?

आप सब देख रहे हैं, इस राजनीति को ? इनसे अभी भी आप सबको कोई उम्मीद है कि ये देश हित मे कोई काम करेंगे ?
एक दिन वे तीनों और ये दोनों भी बे-आबरू होकर निकलेंगे, लिख लीजिए।
