Ashok Bharti
@DalitOnLine
Chairman, National Confederation of Dalit & Adivasi Organisations (#NACDAOR); Ashoka Fellow, Expert #Dalits; #OBC #Adivasi #Inclusion #Census; #Data #Leadership
ओडिशा में तथाकथित “गौ-रक्षकों” की गुंडागर्दी के ख़िलाफ़ नैकडोर के नेतृत्व में भुबनेश्वर की सड़कों पर उतरा जनसैलाब।
मंदिरों की शुचिता बनाये रखने के लिए मंदिरों में प्रत्येक कोण को कवर करते हुए सीसीटीवी लगाए जाएँ।इससे कुंठाग्रस्त पुजारियों से मंदिर परिसर में महिलाओं, युवतियों और बच्चों को यौन-शोषण से बचाया जा सकेगा। अपराध की स्थिति में सीसीटीवी से मुजरिम पर कानूनी कार्यवाही करने में आसानी होगी।

दलित अधिकार समागम | पटना । 26 जुलाई सम्मेलन में अनुसूचित जाति/जनजाति विशेष संघटक योजना हेतु बिहार और केंद्रीय क़ानून बनाने की माँग की गई। सम्मेलन में @CPIMLBIHAR विधायक दल के नेता महबूब आलम, सत्यदेव राम @INCIndia विधायक दल के नेता शकील अहमद, RJD से उदय नारायण चौधरी,…



पुरी-ओडिशा के मंगूपड़ा गांव में सवर्ण जातियों ने गड्ढा खोदकर दलितों का रास्ता रोक दिया। गड्ढे में एक दलित बच्चा गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गया और चिकित्सा ना मिलने से उसकी मौत हो गई। इस गुंडागर्दी के ख़िलाफ़ नैकडोर-ओडिशा ने कार्यवाही की और अपराधियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज हुआ।




यदि ईमानदारी से ऑडिट किया जाएगा तो यही कहानी केंद्र और प्रत्येक राज्य में भी दिखाई देगी। ईमानदार ऑडिट तो कीजिए।

लोकतंत्र के हत्यारे अब अपनी पसंद के वोटर चुन कर बाबा साहेब के संविधान को समाप्त करना चाहते है। #Bihar
पूरे 24 घंटे सोचने के बाद मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं उस असंवेदनशील और लोकतंत्र विरोधी व्यक्ति @narendramodi का कभी समर्थन नहीं करूंगा, जिसकी पर्ची से राजस्थान जैसे बड़े राज्य को नियंत्रित किया जा रहा है और जिससे पूरा प्रदेश बर्बादी की ओर बढ़ रहा है। यदि आप उस व्यक्ति के…
एक फ़ोटो - तीन संस्कृति एक संस्कृत है जो आपको अपने बराबर सम्मान और सुविधाजनक कुर्सी पर बिठाकर चर्चा करती है। दूसरी संस्कृति है आपको अपने बराबर बिठाती है लेकिन, सुविधा आप देख ही सकते हैं। इनसे अलग #तीसरी_संस्कृति आपको चरणों में बिठाकर ख़ुद को बड़ा साबित करती है और आपको छोटा।

दलित अधिकार समागम सुबह 11 बजे | पटना - बिहार क्योंकि संघर्ष संसाधनों का है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। गहन परीक्षण के नाम पर हो रही गड़बड़ियों और धांधलियों पर जवाब देने के बजाय वे इधर उधर की बातें कर रहे हैं। विपक्षी दलों के पास अब कोई रास्ता नहीं है सिवाय इसके कि अब जी जान से विरोध करने के लिए सड़क पर उतर आएं। जो काम…
100 करोड़ का कर्ज लेकर वकीलों और बिके हुए अधिकारियों को मोटी फीस और रिश्वत देकर चैन से जिया जा सकता है! फिर सांसद की पत्नी हैं, वह अलग है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम के खिलाफ एफआईआर। मेडिकल कॉलेज के लिए बैंक से लगभग 100 करोड़ का कर्ज लिया लेकिन चुकाया नही। पति-पत्नी पर यह 47 वां मुकदमा है
संसद में मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए ये आंकड़े बहुजनों की हकमारी और संस्थागत मनुवाद के पक्के सबूत हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के - ST के 83% - OBC के 80% - SC के 64% पद जानबूझकर खाली रखे गए हैं। वहीं एसोसिएट प्रोफेसर के - ST के 65% - OBC के 69% - SC के 51%…
अंधेर हैं। न्यायपालिका की नाक के नीचे अन्याय।
● एसटी -0 ● एससी - 0 ● ओबीसी -0 ये नियुक्तियां सामाजिक न्याय और प्रतिनिधित्व के संविधानिक मूल्यों का खुला उल्लंघन हैं।
यह दिल्ली वालीं की समझ के बाहर है कि पीक टाइम में भी मेट्रो @OfficialDMRC ओवरलोड और सवारियों की सुविधा के अनुसार अपनी सेवा फेरों की संख्या क्यों नहीं बढ़ाती? क्या भेड़-बकरियों की तरह मेट्रो में भरकर सफर कर रही निरीह सवारियां उनको नज़र नहीं आतीं?
इस सर्वे से पता चलता है कि जिन दलित जातियों के आरक्षण का दायरा लगभग उनकी आबादी के अनुपात में तय, वह आरक्षण का दायरा बढ़ाने के समर्थन में इसलिए हैं, जिससे #ओबीसी को उसका न्यायोचित हक मिले।

उत्तर प्रदेश के कुल 21 मुख्यमंत्रियों में 15 मुख्यमंत्री सवर्ण रहे। एक जाट मुख्यमंत्री सहित ओबीसी समाज के केवल 5 मुख्यमंत्री रहे। एक मुख्यमंत्री दलित समाज से बना। 20% #मुस्लिम अल्पसंख्यकों में से अभी तक एक भी मुख्यमंत्री नहीं बना। यही है अभी तक के समावेशी यूपी की हकीकत।
उत्तर प्रदेश में अब तक 21 मुख्यमंत्री हुए, जिसमें से 15 मुख्यमंत्री सवर्ण है! जातीय जनगणना से बहुत कुछ बदलने वाला है!
निराश हैं, संघर्ष में अकेले पड़ रहे हैं! कोई आपके साथ नहीं खड़ा है। नौकरशाही, नेता, सब आपको दबा रहे हैं। अपने राष्ट्रीय संगठन @nacdaor से संपर्क कीजिए। डरें नहीं। घबराइए नहीं। अपना दुख #नैकडोर को बतायें। हार-जीत भूल जाइए। #नैकडोर आपके साथ ही खड़ा होगा।
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में थाना गोदन में पदस्थ दलित समाज के एएसआई प्रमोद पावन ने सरकारी क्वाटर थाना में फांसी लगाई। वीडियो जारी कर कहा था कि- मेरे साथ कोई घटना घटित होती है तो उसके जिम्मेदारी थाना प्रभारी गोदन अरविंद भदौरिया अंफसुल हसन थ्रेट कांस्टेबल रूप नारायण यादव व बबलू…
नैकडोर- टीसीएम ने 18 जुलाई को पटना में प्रेस कांफ्रेंस में दलितों के चुनावी रुझान पर रिपोर्ट जारी की। सारे प्रमुख अखबार/चैनल आए। 👏🏽 अगले दिन अखबार/मीडिया ने ना छापा, ना दिखलाया।😶 यह दलितों के द्वारा, दलितों के चुनावी सर्वे की रिपोर्ट थी। क्या निष्कर्ष निकाला जाए?🤓 बताइए!🙏🏽

⚠️ चौंकाने वाला आंकड़ा! NACDAOR — जो दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अन्य वंचित समुदायों के अधिकारों और न्याय की आवाज़ उठाने वाला संगठन है — उसके एक हालिया सर्वे में सामने आया है कि बिहार में चल रही SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया को लेकर 71% दलितों को यह आशंका है कि…
चुनाव आयोग को सुनिश्चित करना था कि किसी भी दलित को वोट बनवाने और डालने से कोई भी ना रोक पाए। #NACDAOR_TCM द्वारा बिहार के दलित वोटरों के सर्वे में 71.55% दलित वोटरों को डर है कि #SIR से उनका वोट छीना जा सकता है। दलितों के वोटों के काटने की साज़िश पर पार्टियां खामोश क्यों हैं?
