Dr. Om Sudha
@dromsudhaa
राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय दलित, आदिवासी, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक संयुक्त मोर्चा
कावड़ यात्रा को अब कथित ऊंची जाति के तबके ने त्याग दिया है। सवर्ण समाज के बच्चे स्कूल जाते हैं, अंग्रेजी स्कूलों और विदेशों में पढ़ते हैं। कावड़ यात्रा अब सिर्फ पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासियों के बच्चे करते हैं। आप चाहें तो कावड़ यात्रियों का सर्वे भी कर सकते हैं।
क्या सन 2015 के चुनाव में प्रशांत को तेजश्वी के पीएचडी डिग्री दिखाया गया था ? क्या उस वक्त प्रशांत किशोर को नहीं पता था की तेजश्वी कितने पढ़े लिखे हैं ? : रंजन ऋतुराज , दालान

क्या आप भी देश के सबसे बङे इतिहासकार राजेंद्र प्रसाद सिंह जी की बातों से सहमत हैं ?

इस बेवकूफ आदमी को कोई बताओ कि जन्म से कोई श्रेष्ठ या नीच नहीं होता । जिस संविधान की कसम खाकर आज सत्ता पर काबिज हो, वह किताब यही कहती है। जाति के आधार पर कोई श्रेष्ठ नहीं है , पर अपने व्यवहार के आधार पर तुम नीच जरुर हो।
SC-ST-OBC समाज को इस तरह की वाहियात नौटंकी से दूर रहना चाहिए।
शुक्रिया राहुल जी । @RahulGandhi @INCIndia @AdvRajendraPal @sampitroda @gurdeepsappal

पप्पा के चुनावी खर्चों पर भी एक ट्वीट कर दो । @RubikaLiyaquat
संसद को चलाने के लिए 1 मिनिट में 2.5 लाख रुपए ख़र्च हो जाते हैं… इस देश में 80 करोड़ लोगों की सालाना कमाई 2.5 लाख रुपये भी नहीं है। संसद चले न चले वेतन माननीय ज़रूर पाएंगे। संसद में हंगामे की वजह से प्रश्न काल ज़ाया हुआ। हंगामा करने से जनता की समस्याओं से जुड़े सवालों का जवाब…
मेरे पीठ पर जो ज़ख्म है वो दोस्तो के दस्तख़त हैं सीना अभी भी सलामत है दुश्मन के इंतजार में
