Abhinav Mishra
@abhinav_blogger
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मिलिये अनिरुद्ध आचार्य से ❤️⬇️ - रोज़ाना एक लाख लोगो को भंडारा - 1000 वृद्ध महिलाओं को फ्री सेवा - 1000 बच्चों को फ्री गुरुकुल - 500 धार्मिक गुरुओं की रोज़ फ्री सेवा - 500 से अधिक सहयोगी को रोज़गार - कोई निजी बैंक अकाउंट नहीं - हर साल 100 कन्याओं का फ्री विवाह मुफ्तखोर…

इन साहब की अलग ही दुनिया है। मनु महाराज ने कोन सी जाति बताई, इसका कोई सबूत हो तो मैं सार्वजनिक माफ़ी माँग लूँगा। लेकिन संविधान ने तो 6000 नई जातियां बनाई है, उसका क्या ?
बढ़ते टैक्स, जातिवाद और भ्रष्टाचार के कारण हर साल लाखो भारतीय भारत छोड़ने पर विवश है। जबकि मुफ्तखोर लोगो की आबादी बढ़ते जा रही है। भाजपा और कांग्रेस को भी कोई लेना देना नहीं है। 🤦🏻♂️

जाति जनगणना करके सरकार ने देश को फिर से बाँटने का काम किया है। मोदी जी को दशकों तक इस ख़राब फ़ैसले के लिये याद किया जायेगा। ⬇️
ये स्क्रिप्टेड वीडियो देखिए। ⬇️ ऐसे वीडियो बनाकर कुछ लोग जातिवाद का प्रचार प्रसाद करके महान बन रहे है। ये सब लोग समय समय पर अपनी फ़र्ज़ी एक्टिंग से ऐसे वीडियो बनाते रहते है, ताकि समाज में फ्री मलाई मिलनी बंद ना हो जाये। सरकार को भी कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ता।
मेरा 2023 का ट्वीट पढ़िये। मैं हमेशा से कहता आया हूँ, की ULLU सॉफ्ट पोर्न दिखाकर धार्मिक और जातिवादी प्रचार में लगा था। ULLU ने बिना किसी तथ्य के ब्रेस्ट टैक्स पर वेब सीरीज बनाया, लेकिन जब भारी विरोध हुआ तो तुरंत डिलीट भी कर दिया। अब दो साल बाद सरकार ने इन्हें बंद किया है।…

“कहा गया है शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा।” 😛 आंटी को कोई बताए की मंदिर सरकारी पैसों से नहीं दान से बना है। सरकारी पैसे से तो “एक व्यक्ति” की मूर्ति बनाई जा रही है बस। 🤦🏻♂️
भारत में सब कुछ है, लेकिन ऐसा नेता नहीं है। हमारे यहाँ युद्ध के फ़ैसले “विदेशी चाचा” किया करते है। 😅

“मैं डेली 10 लाख बाँटता हूँ, आज से नहीं 1984 से” कोई हिसाब करके बताए, अब तक कितना बांट चुके होंगे। 😂🤦🏻♂️
अगर हर आदमी बिहार में जाति पर वोट देता है तो मोदी जी कैसे जीत रहे है। बिहार में मोदी की जाति के कितने लोग है ? प्रशांत किशोर ने मीडिया को घेरा ⬇️
वर्मा जी बहुत ताकतवर आदमी है। VP की कुर्सी गई, CJI ने केस सुनने से मना कर दिया। मोदी और राहुल गांधी चुप्पी साधे हुए हैं। अब आप सोचिये। ये कैसा संविधान है, जो केवल सामान्य नागरिकों पर लागू होता है। 🤷🏻♂️

जाति जनगणना के फायदे दिखने शुरू हो गए है। ओवैसी ने बिहार में आबादी के हिसाब से मुसलमानों का हक़ माँगना शुरू कर दिया है। और कराओ जाति जनगणना 😂🤷🏻♂️
कुछ लोग कहते है, कावंड यात्रा केवल ग़रीब और अशिक्षित लोग ही करते है। लेकिन सुनिए AIIMS में पढ़ रही MBBS की इस छात्रा को। ❤️
मैंने पूरी फ़िल्म देख ली, लेकिन रोया नहीं। क्या यह समाज मुझे स्वीकार करेगा। 🥲
आज से एक हज़ार साल पहले एक छोटे प्रदेश का राजा भी “शेर” हुआ करता था। कोई उसको पिछड़ा और वंचित नहीं कह सकता था। लेकिन आज संविधान आने के बाद, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसे पद पर बैठने वाला व्यक्ति भी वंचित और पिछड़ा ही माना जाता है। जाति है की जाती नहीं। 🤦🏻♂️
चूँकि 2019 के बाद से राहुल गांधी हर चीज को जाति के नज़रिए से देखना सीख रहे हैं तो इस विषय का पुराना डॉन होने के नाते ये बताना मेरा कर्तव्य है कि: आज संसद सत्र के उद्घाटन पूर्व की इस तस्वीर में दो दलित, एक अति पिछड़ा, एक आदिवासी और एक क्षत्रिय हैं। कांग्रेस को ये सीखना होगा।
ग़ज़ब मूर्खता चल रही है। अमेरिका ChatGPT बना रहा है और भारत JaatiGPT बना रहा भाजपा और कांग्रेस ने सामान्य वर्ग को बर्बाद करने का ठेका ले लिया है।

मुफ्तखोर प्रजाति कितना भी अनिरुद्ध आचार्य का विरोध कर ले, लेकिन उनकी बराबरी करना इनके बस का नहीं है। उनका और इनका रास्ता काफ़ी अलग है। ⬇️
जातिवाद फैलाने में दोनों में कॉम्पीटिशन चल रहा है। कभी कांग्रेसी आगे हो जाते है, तो कभी भाजपाई। 🤦🏻♂️
मुझे लगता है यह आदमी बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनने वाला है। 👍
फ्री मलाई की आदत ऐसी लगी है, की हर जगह आरक्षण चाहिये। पहले देश में हरित और श्वेत क्रांति हुआ करती थी, लेकिन अब जाति क्रांति चालू हो चुकी है। 🤦🏻♂️
