🍁 शब्दों_के_तीर 🍁
@PremSahab1
शब्दों का सौदागर, जज़्बातों का मुसाफ़िर.. I don’t write to impress, I write to inspire.
उस मोड़ से शुरू करनी है ज़िंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था ..!! 💯
कुछ लोग वहां बदल गए, जब मुझे उनकी सबसे ज्यादा जरुरत थी..!!
अपनी बातों से पलटने वाले लोग, ख़ुद के भी सगे नहीं होते..!!💯
जिंदगी में कुछ सीखो या ना सीखो मगर लोगो को पहचानना जरूर सीखो..!!
जज्बात लिखे तो मालूम हुआ, पढ़े लिखे लोग भी पढ़ना नहीं जानते..!!💯
मेरी आवाज को महफूज कर लो,, कि मेरे बाद बहुत सन्नाटा होगा..!!

एक स्त्री बिना वजह भावुक तो हो सकती है, लेकिन बिना वजह कठोर कभी नहीं होती..!!
लोग तेरे पीछे इसलिए पड़े हैं क्योंकि तू उनके आगे निकल गया है..!!
तुम्हारा मूल्य तुम्हे पता होना चाहिए, चार लोग जो सोंचते हैं वह उनकी बुद्धि का स्तर है...!!
सरकारी नौकरी भी एक मोहब्बत जैसी है, मिलने से पहले बहुत तडपाती है.!! 💯