Imran Shakeel Khan
@Imran_Shakeel_
Psephologist || Columnist || Political Analyst || IIMC, DU, Jamia & JNV Alumnus
जैसे ही कोई चुनाव नज़दीक आता है तो हमेशा बी टीम का राग क्यों अलाप दिया जाता है? भारतीय लोकतंत्र और संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक और समुदायों को ये अधिकार देता है कि वो अपने स्वतंत्र राजनैतिक दलों का गठन कर सकते हैं। देश में स्वतंत्र रूप से कहीं भी चुनाव लड़ सकते हैं। तो फिर…
मुस्लिम वोटों पर पल रहे राजनैतिक दल आरिश के मुद्दे पर ख़ामोश क्यों हैं? अल्पसंख्यकों को सम्मान, सुरक्षा और न्याय दिलाने के वादे कहाँ गए? क्या मुस्लिम समाज सिर्फ़ मुफ़्त के वोट देने के लिए है? सेक्युलर सूरमा तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल हमारे हक़-हुकूक, सम्मान और सुरक्षा का मुद्दा कब…
किसी के कुछ भी कह देने से नहीं होता, बाबा साहब और मान्यवर साहब का योगदान युगों-युगों तक याद किया जाएगा। एक ने सामाजिक परिवर्तन का आधार दिया और दूसरे ने सामाजिक परिवर्तन करके दिखाया। शोषितों, वंचितों, पीड़ितों और उपेक्षितों के भी दीर्घकालिक संघर्ष को स्वर मिले। अगर कोई बाबा…
अभी तक हम सबने सोशल मीडिया पर बहुत से विमर्श देखे— पूंजीवाद बनाम समाजवाद सामाजिक न्याय बनाम सामंतवाद शोषक बनाम शोषित पाखंडवाद बनाम बहुजनवाद सांप्रदायिकता बनाम गंगा जमुनी तहज़ीब अमीर बनाम गरीब जातिवाद बनाम सामाजिक समरसता क्षेत्रवाद, भाषावाद, राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और न जाने…
बहुजन और मनुवाद शब्द का इस्तेमाल श्री राहुल गांधी खूब ज़ोर शोर से कर रहे हैं लेकिन सवाल ये है कि बहुजन और मनुवाद शब्द का सबसे पहला प्रयोग किसने किया? सवाल ये है कि बहुजन विचारधारा की अवधारणा किसने दी? सवाल ये है कि मनुवाद शब्द का प्रयोग करके आलोचना किसने शुरू की?
आख़िर मुझे दलित समाज से इतना लगाव क्यों है? मैंने बचपन से लेकर आज तक स्कूल से लेकर कॉलेज और विश्वविद्यालय तक अनगिनत बार मेरी धार्मिक पहचान के आधार पर, मुस्लिम होने की बुनियाद पर भेदभाव सहा है। बाल मन कोमल और अति संवेदनशील होता है, मैं जब कक्षा 5-6 में अध्ययनरत था तब अनेकों बार…
मेरे शोध, अनुसंधान और अनुभव का निष्कर्ष ये है कि दलितों के मामले में सवर्ण, पिछड़े और मुसलमानों सबकी मानसिकता और व्यवहार लगभग एक समान ही है……………
शोषितों और वंचितों के नेतृत्व को बी टीम कहने वाले तो ख़ुद ही बेनक़ाब हो रहे हैं। उनकी गलबहियां, उनकी अठखेलियाँ, उनकी हंसी ठिठोली दुनिया देख रही है।
कल को अगर बसपा और भाजपा के लोग मस्जिद जाएँ तो किसी को बुरा नहीं लगना चाहिए। कोई हाय तौबा नहीं होना चाहिए। हमें हमेशा याद रखना होगा कि मस्जिद इबादत के लिए होती है।

देश में दो मुख्य राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस हैं। इन दोनों दलों ने पूरे देश में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में क्षेत्रीय दलों से गठबंधन किया। जिन क्षेत्रीय दलों से कांग्रेस ने गठबंधन किया या करती है आज उनकी राजनैतिक हैसियत देखिए। इसके विपरीत जिन राजनैतिक दलों से भाजपा ने…
साल 1985 भारतीय राजनीति का वो आख़िरी साल था जब कांग्रेस ने यूपी-बिहार दोनों राज्यों में बहुमत से चुनाव जीता। इन दोनों राज्यों में कांग्रेस ने ब्राह्मण समाज के मुख्यमंत्री बनाए। यूपी - पंडित नारायण दत्त तिवारी बिहार- पंडित बिंदेश्वरी दुबे 1985 के बाद से कांग्रेस की…
बक़ौल इंडिया गठबंधन उन्हें— “सेक्युलरिज़्म, लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करना है।” इंडिया गठबंधन के इस संघर्ष में शिवसेना तो है लेकिन बसपा और मजलिस सरीखे दल नहीं हैं क्यों? अगर बक़ौल उनके मजलिस सांप्रदायिक है तो शिवसेना क्या है? क्या बिना बसपा के सामाजिक…
‘डर’ और ‘जज़्बात’ का व्यापार करके राजनीति से सोशल मीडिया तक व्यापारी सफल हुए। राजनीति के मैदान में पूरी ‘क़ौम’ को समझा दिया गया है कि ‘वो’आ जाएँगे तो खा जाएँगे। हम आपकी रक्षा करेंगे। आप हमें वोट दीजिए। मुफ़्त में एकतरफ़ा वोट लिए और इस ‘डर’ की आड़ में अपने परिवार और जाति का…
मुझे नवोदय से स्कूलिंग, जामिया मिल्लिया, आईआईएमसी-जेएनयू और दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल करने का मौक़ा मिला। इन संस्थानों से लाभ ये हुआ कि मैंने देश की सांस्कृतिक विविधता को महसूस किया है। मेरे दोस्तों में सभी धर्म-जाति, रंगो-नस्ल, सामाजिक-आर्थिक समूह, भाषाई और…
2012 में उच्च शिक्षा के लिए जब मैं दिल्ली अध्ययन करने गया तो उस समय अन्ना आंदोलन की शुरुआत का दौर था। मैं अपने दोस्तों के साथ अक्सर जंतर-मंतर जाया करता था। इस आंदोलन से आम आदमी पार्टी अस्तित्व में आई। उस समय केन्द्र की कांग्रेस सरकार के विरूद्ध आम जनमानस में भारी रोष व्याप्त…
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा जदयू गठबंधन के टिकट पर विजयी हुए यादव समाज के प्रत्याशियों का चुनावी प्रदर्शन एवं जीत का अंतर निम्नलिखित है। 1-नरपतगंज विधानसभा सीट भाजपा जय प्रकाश यादव 98397 49.06% जीते राजद अनिल कुमार यादव 69787 34.79% हारे 2-निर्मली विधानसभा सीट जदयू…
दि प्रिंट न्यूज़ वेबसाइट पर यूनिवर्सिटी ऑफ हर्टफोर्डशायर,यूके में पॉलिटिक्स एंड इंटरनेशनल रिलेशन के विज़िटिंग लेक्चरर डॉ अरविंद कुमार ने ‘बिहार विधानसभा चुनाव 2020’ में राजद और जदयू के जातिवार टिकट वितरण और सफलता दर पर विस्तार से विश्लेषणात्मक लेख लिखा है। इस लेख के अनुसार…
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राजद कांग्रेस महागठबंधन ने 243 सीटों में से सिर्फ़ 33 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे। CPI - 6 में से 0 (0%) CPI (M) 4 में से 0 (0%) CPI (ML) 19 में से 3 (15.78%) Congress 70 में से 12 (17.14%) RJD 144 में 18 (12.5%) कुल 33/243 (13.58%) वहीं…
स्वयं को आंबेडकरवादी कहना और आंबेडकरवाद पर चलना दो अलग बातें हैं— हालिया वर्षों में बहुजन आंबेडकरवादी राजनीति के उत्कर्ष के बाद राजनैतिक दलों में स्वयं को आंबेडकरवादी सिद्ध करने की होड़ लग गई है। देश में ऐसे राजनैतिक दल, राजनेता और सामाजिक समुदाय अस्तित्व में हैं जो राजनैतिक…
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बसपा-मजलिस-रालोसपा के गठबंधन ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (GDSF) का क्या प्रदर्शन था? विगत बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा जदयू गठबंधन को 37.26% मत 125/243 वहीं राजद कांग्रेस महागठबंधन को 37.23% मत 110/243 सीटें प्राप्त हुईं। 2020 चुनाव में…