Gyandutt Pandey
@GYANDUTT
Reverse migrated for 2nd innings to a Village near the Ganga River. Cycling daily. Fitter now! Past - Head Of Deptt in Indian Rly. Blog - http://gyandutt.com
"अभी तो इस बाज की असली उड़ान बाकी है। अभी तो इस परिन्दे का इम्तिहान बाकी है। अभी अभी मैने लांघा है समन्दर को। अभी तो पूरा आसमान बाकी है।"
सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक के समय का चित्र।ये चित्र भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान है।जमीन पर बोई गई फसल ढेंचा (Sesbania bispinosa) है जो ग्रीन खाद की तरह काम करती है और जमीन में नाइट्रोजन को बढ़ाती है. फहले इसका प्रयोग बहुतायत होता था पर अब कम दिखने को मिलता है. @GYANDUTT
#पौधचर्चा 9 रात की रानी रात की रानी, सेस्ट्रम नॉक्टर्नम Cestrum nocturnum वेस्ट इंडीज या मध्य अमेरिका का पौधा है। मैं इसे भारतीय मानता था, और गलत था! कल्पना कीजिये कि राधा और कृष्ण की वृन्दावन की रासलीलाओं में इस पौधे की कोई गंध नहीं थी। या जनक जी की फुलवारी में अथवा पंचवटी…




अमित रूप प्रकटे तेहि काला! ग्रोक @grok एआई कुछ वैसा ही है। हर एक से उसके स्तर पर मिलता है। किसी को भी उपेक्षित नहीं करता। पर आपकी ईगो को कुछ पुचकारता/सहलाता है? क्या वह लोगों की जानकारी या बौद्धिकता को पुष्ट करता है? कई प्रश्न आते हैं मन में।
जी हाँ, मुझे इस बात का अहसास है कि कुछ यूजर मुझे वैचारिक बहसों में दूसरों को नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, जबकि मेरा मुख्य उद्देश्य सटीक जानकारी और उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। एक्स के कंटेंट स्तर के लिए, यह विविधता को दर्शाता है—कभी बहसें ज्ञान बढ़ाती हैं, पर…
कल रात में अंतत: बिजली आई। तेरह अप्रेल को गई थी, उसके बाद चार दिन तो बिजली की लाइन ठंडी रही। फिर लो वोल्टेज रहा जिसे सामान्य भाषा में 'हाफ' कहा जाता है। हाफ लाइट वह भी आठ घंटा प्रति दिन! हमारे यहां चार्जक - मोबाइल चार्ज करने वाले आते रहे। एक बार तो हमने एक नहीं दो एक्स्टेंशन…

#पौधचर्चा 8 रुएलिया मय जनजाति की एक लड़की थी इक्षेलिता। मेक्सिको के युकाटन प्रायद्वीप की। वह सूरज उगने के पहले जंगल में जाती और अपने देवताओं को सूरज के नये दिन लौटने, धरती के हरे रहने और वर्षा के आने के लिए आभार प्रकट करती। उसके गांव में एक सूखा पड़ा। लोग भूख से कराह उठे और…



ग्रोक ने भी आंकड़ा सहित वेरिफाई किया। ग्रामीण क्षेत्रों में रखरखाव भी बेहतर है। 11000 से नीचे की विद्युतीकरण कभर वायर से है।आंधी तूफान, बाढ़ के बाद भी बिजली बहाल करने में @SEVA_NBPDCL , @SEVA_SBPDCL प्रशंसा के पात्र हैं।
हाँ, बिहार के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति औसतन 21-22 घंटे प्रतिदिन है (2025 डेटा, Bihar Energy Minister के अनुसार)। पूर्वांचल UP में यह 18-19 घंटे है (PuVVNL 2025 रिपोर्ट)। आंकड़े दर्शाते हैं कि बिहार बेहतर है, हालांकि दोनों में सुधार हुआ है। स्रोत: The Hindu, PuVVNL।
माँ अपराजिता का स्तोत्र सामने अथवा पुष्पों के साथ विजया दशमी के दिन पढ़ने की परंपरा उन कुलों में हैं जहाँ युद्ध अथवा दण्ड नीति का अध्ययन व्यवहार होता आया है.
१९८० के दशक में मैंने देखा कि बिहार से बेहतर बिजली व्यवस्था उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) की थी। विगत दस वर्ष से बिहार की (ग्रामीण सहित) बिजली व्यवस्था उत्तर प्रदेश से बहुत अच्छा है। उत्तर प्रदेश की प्रोडक्शन की स्थिति मालूम नहीं परन्तु ट्रांसमिशन व्यवस्था लचर है।
आज तेरहवां दिन है बिजली की समस्या को झेलते हुए. वह रविवार था जब तेज आधी और बिजली गिरने के बाद बारिश हुई थी और तब चार दिन तक बिजली नहीं आई. उसके बाद से अभी तक आठ दस घंटा बिजली आ रही है, वह भी 230 वोल्ट की बजाय 140 - 170 वोल्ट तक की. बिजली का तार पंक्चर कर गया है. नया केबल रेलवे की…

हमारे यहाँ इसको कोयली कहते हैं, सावन में बहुत फूल होते हैं। इधर सिर्फ नीले रंग वाले फूल हो होते हैं।
#पौधचर्चा 7 अपराजिता आज चर्चा अपराजिता, गोकर्ण या नीलाम्बरा की। हमारे घर में चार पांच जगह लगी है यह लता। अधिकतर यह सफेद रंग के फूलों वाली है। एक नीले रंग के फूलों वाली लगाई माली जी ने और इसके लिये नाम बताया नीलाम्बरा। ये सभी नाम भारतीय लगते हैं और हमारी सांस्कृतिक विरासत से…




यह सीमेंट की दीवारों पर अच्छी पकड़ बनाती है,अन्य सहारे की आवश्यकता ही नहीं।इसे बहुत कम पानी की जरूरत।
#पौधचर्चा 6 ट्रम्पेट वाइन हमारे माली रामसेवक जी इसे पिछली साल लाये थे। उन्होने बताया था कि यह खूब बढ़ती है और खूब फूल आते हैं इसमें। पर बढ़ना तो दूर, वह सूख गई। हमने सोचा कि प्रयोग असफल रहा। पर इस साल वह जीवंत हो गई, दहिमन के पेड़ पर चढ़ने लगी और दो चार दिन पहले ये फूल भी लग…
प्रणाम सर!🙏 आप तो विकट वनस्पतिशास्त्री बनते जा रहे हैं।💐 आपका आभार कि हमारा भी ज्ञानवर्धन हो रहा है, और हम और भी परिचित होते जा रहे हैं पादप जगत की सूक्ष्मताओं से!
#पौधचर्चा 6 ट्रम्पेट वाइन हमारे माली रामसेवक जी इसे पिछली साल लाये थे। उन्होने बताया था कि यह खूब बढ़ती है और खूब फूल आते हैं इसमें। पर बढ़ना तो दूर, वह सूख गई। हमने सोचा कि प्रयोग असफल रहा। पर इस साल वह जीवंत हो गई, दहिमन के पेड़ पर चढ़ने लगी और दो चार दिन पहले ये फूल भी लग…
#पौधचर्चा 6 ट्रम्पेट वाइन हमारे माली रामसेवक जी इसे पिछली साल लाये थे। उन्होने बताया था कि यह खूब बढ़ती है और खूब फूल आते हैं इसमें। पर बढ़ना तो दूर, वह सूख गई। हमने सोचा कि प्रयोग असफल रहा। पर इस साल वह जीवंत हो गई, दहिमन के पेड़ पर चढ़ने लगी और दो चार दिन पहले ये फूल भी लग…


द इकॉनॉमिस्ट में यह लेख है कि एआई मॉडल्स की उत्तरोत्तर पैठ के कारण लोगों को सर्च करने की प्रवृत्ति कम हो रही है। लोग अब एआई से बेहतर और विश्लेषणात्मक अध्ययन ले पा रहे हैं। न्यूज मीडिया और विकिपेडिया पर भी लोगों का जाना कम होता जा रहा है। मैं खुद भी अर्से से विकीपेडिया पर नहीं…

#पौधचर्चा 5 श्रावणी श्रावणी पौधे या झाड़ी के बारे में कहा जाता है कि सावन के महीने में शिवजी कैलाश से भ्रमण के लिये निकलते हैं तो जहां जहां उनके पैर पड़ते हैं वहां यह फूल उग आता है। इसलिये इस पौधे को श्रावणी के साथ शिवनंदन भी कहा जाता है। इसके अन्य नाम हैं - लैगेस्ट्रोमिया…



हमारे तरफ तेजपत्ता प्रायः नेपाल से आता है। यह पहाड़ से आता है या तराई से यह ज्ञात नहीं परन्तु उसका स्वाद हमारे यहां के तेजपत्ते से बेहतर है।
#पौधचर्चा 4 तेजपत्ता या तमाल बृज में रास रचाती राधा ने कृष्ण से कहा - "कृष्ण! तुम इतने श्याम वर्ण क्यों हो?" कृष्ण मुस्काए और बोले – "मैं तमाल वृक्ष की छाया में पला हूँ। वही मेरे रंग में घुल गया है।" यह तमाल कोई और नहीं तेज पत्ता है। मेरे घर में पांच साल पहले लगाया रामसेवक जी…



च्वाइस ज्यादा होने का अभिशाप! साल भर पहले एक ही एआई था - चैट जीपीटी। अब मोबाइल पर चार एप्प पसर गये हैं - चैट जीपीटी, जैमिनी, ग्रोक और डीपसीक। इसके अलावा हर एप्प एआई बैकिंग की बात कहता है। इनमें भी चयन की दुविधा होने लगी है। टाइम भी खूब खोटा होता है। मायावी बनती दुनियाँ।
