Aɱʌʀtƴʌ
@AryanVibes_
❝ Awkwardly Comfortable. प्रकाशमय भविष्य के जुस्तजू में हालात-ए-दौर से समर कर रहा हूँ..!
मेरे कान्हा अपनी दया दृष्टि मुझ पर रखना , मेरे हर जन्मोत्सव पर अपना आशीष रखना |

ये व्हाट्सएप , ये मैसेंजर , ये मोबाइल तौबा रूबरू आओ कि मन का कभी मौसम बदले ! अमर्त्य आर्यन ✨️
सबके लिए उपलब्ध रहना अच्छा नही है , सबके साथ घुलना-मिलना अच्छा नही है यह सस्ता ही माना जायेगा व्यस्त रहे अपनी हर सेकेण्ड का आनंद अपने तरीके से लें क्योंकि यकीन मानिए आपके अलावा आपकी ख़ुशी किसी को पसंद नही आएगी🖤✨
कुछ लोग Instagram,Twitter से पैसे कमाने के लिए अपना व्यक्तित्व खोते हुए वीडियो और रीलों के पीछे भागते हैं वे अभद्र तो फैलाते ही हैं और साथ में घर भी बर्बाद करते हैं इसलिए किसी अपाहिज से शादी करें पर रील में ठुमके लगाने वालों से नहीं
मौलाना साजिद रशीदी को चार जूते मार कर ये तहजीब सिखानी चाहिए कि एक सम्मानित महिला के प्रति कैसी भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। आदरणीय डिंपल यादव जी हमारे लिए सम्मान का प्रतीक है और सम्मान के साथ बेहूदगी की बातें अक्षम्य है। ऐसे लोग मुस्लिम समाज के नाम पर कलंक है।
कारगिल विजय का जो हमारे माथे पर तिलक है ,वो हमारे सैनिकों के शौर्य और साहस का प्रतीक है..❤️💐
शक्ल की ख़ातिर सौ–सौ तरक़ीब चुना दिल की दुरुस्ती को , फ़क़त इ'श्क़ किया। - अमर्त्य ✨️
कोई आख़िर तुमपे ही मर जाए , क्यों? खूबियां अपनी गिनाओ तो सही। ~ अमर्त्य ✨️
फूलों और किसी मंदिर के आंगन में खिले ओड़हुल के फूलों में कितना फर्क है?प्रेम में टूटे फूल अक्सर नाली में बहा दिए जाते हैं,जबकि मंदिर के आँगन में गिरे फूल बहते जल में विसर्जित होते हैं।कितना बड़ा फर्क है दोनों फूलों की किस्मत में ठीक वैसा ही जैसा प्रेम और ब्याह के बीच होता है।

When you run alone it's called race. And when God runs with you, it's called grace..!
जहाँ उम्मीदें ख़त्म हो गईं हों , वहीं से फिर उग आना और तुम्हारा यूँ खिल जाना बेहद खूबसूरत होगा! - अमर्त्य ✨️

रात जादूगर हैं ,ये अपने अंदर आपके वुजूद को लपेट कर आपके सामने लाकर रख देती हैं,फिर आप तनहाई के एहसास से गुज़र कर चाँद को अपना साथी तसव्वुर करते हैं,जो तुम्हें और हर एक को अपनी रौशनी से सहरज़दा कर देती हैं। रात हमेशा हमें ज़ेर करती हैं —यादों में ,ख़ुशी में ,उदासी में।- अमर्त्य 🌻

पता नही लेकिन मैं अंदर से थक चुका हूँ मुझे पूरी दुनिया झूठा और बनावटी महसूस होता है नकाब से भरा हुआ कुछ भी वास्तविक नही और जब कुछ वास्तविक नही है तो इसमें शोर क्या करना अँधेरा कमरा अकेला मैं किसी से कोई नाता नहीं कोई बात नहीं चुप्पी में रहना अब सुकून देता है .!!✍ ~अमर्त्य ✨️
एक मंज़िल की चाह में आख़िर , कितने रस्तों पे जा रहा हूँ मैं - अमर्त्य 🌻
डिंपल यादव जी की खूबसूरती सिर्फ चेहरे तक सीमित नहीं ,वो आत्मविश्वास, सादगी और गरिमा की मिसाल हैं। हर शब्द में गरिमा , हर मुस्कान में अपनापन ,वो राजनीति में एक नयी सौम्यता की पहचान हैं।

बहते हुए दरिया मे , कुछ तो बाहें मारो तुम , जीत अगर मुमकिन ना हो , लड़ते लड़ते हारो तुम । 🤍

ज़रूरी नहीं कि हम ख़ुद को जिसकी ज़िंदगी में बहुत इंपॉर्टेंट मान रहे हों , उतने ज़रूरी हों भी।