Anand Pandey
@AnandPa25776615
Mahakaal Bhakt. Kattar Hindu. Sanatani. secular, mulle aur khangressi bahut bahut bahut dur rahe mujh se. Follow me, Follow back 💯
कुछ पल चाहता हूं सिर्फ मेरे लिए.. कुछ पल जो आज़ाद हो जिम्मेदारियों से, मर्यादाओं से, कुछ पल... जिन पर सिर्फ मेरा अधिकार हो, मेरी मर्जी हो, कुछ पल... जिन में दिल खोल कर हंस सकूं , दिल खोल कर रो सकूं, कुछ पल... जो सही गलत से परे हो कुछ पल.. सुकून से भरे हो। कुछ पल जो सिर्फ मेरे हो।
वो मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी, पास हो कर भी कुछ दूरी सी लगी, होठों पर हंसी आंखों में नमी, पहली बार किसी की चाहत जरूरी सी लगी।
कतरा-कतरा बिखरता क्यों है, वो मेरी रूह में उतरता क्यों है। मैं आईना तो हूँ उसका, वो मुझे देख कर संवरता क्यों है। मुझको पहचानता नहीं है, मगर देखकर सांस भरता क्यों है। उसके ही हाल से हुआ है ये हाल मेरा फिर मेरे हाल से डरता क्यों है।
सुकून की चाय, और तुम बस इतनी ही ख्वाहिश है.. ये प्यारा मौसम और तुम बस इतनी ही ख्वाहिश है आओ पहले बनाए हम चाय थोड़ा चीनी और अदरक ले आओ तुम, रंगत मेरे चाय की बिखरी है खुशबु हवाओं में लो बन गई एक कप तुम, और एक कप मैं बस इतनी सी ख्वाहिश है सुकून की चाय और तुम । शुभ संध्या
पतझड़ में आजमा लेना हमको ए साहिबा अभी तो सावन हैं हर पत्ता हरा ही नज़र आयेगा
खुशबुएं फैली, फिज़ाओं में कुछ ऐसी । कुछ तेरी चाहत जैसी, कुछ मेरी चाय जैसी । हर हर महादेव शुभ प्रभात मित्रों
Jai Shree Ram
सभी श्याम प्रेमियों को सुबह की जय श्री श्याम । ❤️🙏🙏🙏 @narendramodi
अब कभी कोई फरमाइश नहीं करते, कोई उम्मीद, कोई ख़्वाहिश नहीं करते, जितना मिला उतने में खुश हो लेते है, अपने दर्द की अब नुमाइश नहीं करते, देख लिए जमाने की अजब दस्तूर हम, अब किसी की आज़माइश नहीं करते, रह लेते है जहां कही भी जगह मिल जाए, दिल में रहने की, अब गुज़ारिश नहीं करते ।